बुधवार को चंद्रमा पर एक नई सुबह हो चुकी है। इसके साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर और रोवर मॉड्यूल को उनकी नींद से जगाने की कोशिश करने के लिए कमर कस रहा है।
चंद्रयान-3 मिशन के प्रज्ञान रोवर के बाद सोमवार 4 सितंबर को विक्रम लैंडर को भी स्लीप मोड में डाल दिया गया है। इसरो ने सोमवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक ट्विट कर कहा कि उसने सुबह करीब आठ बजे विक्रम को स्लीप मोड में डाल दिया है।
इसरो ने शनिवार को जानकारी दी है कि चंद्रयान -3 मिशन के प्रज्ञान रोवर ने अपना काम पूरा कर लिया है। अब रोवर को सुरक्षित तरीके से पार्क कर स्लीप मोड में डाल दिया गया है।
इसरो द्वारा चांद पर भेजे गए चंद्रयान-3 मिशन के प्रज्ञान रोवर ने विक्रम लैंडर की एक तस्वीर खींची है। प्रज्ञान के नेविगेशन कैमरे ने बुधवार को विक्रम की यह तस्वीर क्लिक की है। इसरो ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर जारी किया है।
चांद की सतह पर सल्फर, एल्युमीनियम, कैल्शियम, आयरन, टाइटेनियम और क्रोमियमकी, मैगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन की मौजूदगी का भी पता चला है। अब चांद पर हाइड्रोजन की खोज जारी है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन या इसरो ने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट लिख कर कहा है कि चंद्रयान-3 मिशन ने अपने तीन उद्देश्यों में से दो को पूरा कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान - 3 के लैंडर को चंद्रमा की सतह पर सफलता पूर्वक उतरने पर वैज्ञानिकों को बधाई दी है। ब्रिक्स सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचे प्रधानमंत्री ने इस शानदार सफलता के तुरंत बाद वैज्ञानिकों और देश को संबोधित किया।
भारत दुनिया का ऐसा चौथा देश बन गया है जिसने चांद पर सफल लैंडिंग करने में कामयाबी हासिल की है। वहीं चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है।