'बुल्ली बाई', 'सुल्ली डील' जैसी ऐप से मुसलिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले कौन हैं? इसमें क्या सिर्फ वे पाँच लोग ही हैं जिन्हें गिरफ़्तार किया गया है? और क्या ये सिर्फ़ मुसलिम महिलाएँ हैं जिन्हें निशाना बनाया जाता है? सोशल मीडिया पर मुखर रहने वाली दूसरी महिलाएँ, महिला पत्रकार और महिला एक्टिविस्टों को क्या कम निशाना बनाया जाता है? दलितों को निशाना बनाने वाले लोग कौन हैं? क्या इन सभी को निशाना बनाने वाले एक ही विचारधारा के लोग हैं? इन सवालों के जवाब सुल्ली डील ऐप मामले में गिरफ़्तार आरोपी से मिल सकते हैं।
'ट्राड' गैंग से महिला, मुसलमान, दलित निशाने पर; भारत में उभर रहा है कट्टरपंथ?
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- 10 Jan, 2022
क्या भारत में भी एक कट्टरपंथी तबका संगठित रूप में उभर रहा है? क्या ये महिलाओं, मुसलिमों और दलितों को निशाना बना रहे हैं? सुल्ली डील ऐप मामले में गिरफ़्तार आरोपी का 'ट्राड' समूह से संबंध आख़िर क्या इशारा करता है?

दिल्ली पुलिस ने रविवार को 'सुल्ली डील' मामले में 25 वर्षीय ओंकारेश्वर ठाकुर की गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए कहा कि वह ऑनलाइन 'ट्राड' (Trad) समूहों का हिस्सा था। यह व्यक्तियों का एक समूह है जो टेलीग्राम, रेडिट, 4chan और डिस्कॉर्ड पर सक्रिय है। इससे दलितों, मुसलमानों और महिलाओं को निशाना बनाया जाता रहा है।