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मालदीव के आर्थिक बहिष्कार को क्या सरकार की सहमति है?

मालदीव के खिलाफ भारत में जबरदस्त माहौल बना हुआ है। किसी भी देश का आर्थिक बहिष्कार बहुत बुरा होता है। खासकर जब वो देश पड़ोसी हो। टूरिजम पैकेज के तहत पर्यटकों को मालदीव ले जाने वाली कपंनी इज माय ट्रिप (EaseMyTrip) ने सभी फ्लाइट्स में अपनी बुकिंग कैंसल कर दी है। उसने चलो लक्षद्वीप का नारा दिया है। बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार, सलमान खान, जॉन अब्राहम, श्रद्धा कपूर, कंगना रणावत, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, आकाश चोपड़ा, सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर सोनम महाजन आदि के नेतृत्व में रविवार को लक्षद्वीप पर्यटन के समर्थन में अभियान चलाया गया। जिसका सीधा सा अर्थ था कि मालदीव जाने की जरूरत नहीं है। हालांकि दक्षिणपंथी संगठनों और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसरों ने सीधे-सीधे मालदीव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया। 
प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा पर गए थे। साथ ही उन्होंने देश के लोगों से अपील की थी कि वो लोग भी लक्षद्वीप के पर्यटन को बढ़ावा दें। प्रधानमंत्री ने कहीं भी मालदीव का जिक्र नहीं किया था। मालदीव ने हाल ही में भारतीय सेना की एक छोटी सी टुकड़ी को मालदीव से जाने को कहा। इसके बाद प्रधानमंत्री सभी को हैरान करते हुए लक्षद्वीप पहुंच गए। वहां से उनकी शानदार तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं। इन तस्वीरों के आने के बाद लक्षद्वीप के तीन मंत्रियों मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महज़ूम माजिद ने आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं।  
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मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी का सोशल मीडिया का भारत में विरोध शुरू हुआ। मालदीव में भारतीय हाईकमीशन ने टिप्पणियों पर आपत्ति जताई। लेकिन भारत सरकार की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं आया कि मालदीव का आर्थिक बहिष्कार किया जाएगा। लेकिन रविवार को यह सब शुरू हुआ और इज माय ट्रिप कंपनी ने पूर्ण आर्थिक बहिष्कार का ऐलान कर दिया।  
भारत सरकार ने मालदीव के तीन मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणी को तूल नहीं दिया। लेकिन भारत से जिस तरह अब आर्थिक बहिष्कार हो रहा है, मालदीव इसे विदेशी मंचों पर उठा सकता है। ऐसा होने पर भारत के लिए भी समस्याएं बढ़ेंगी। मालदीव साफ तौर पर अब चीन के साथ जा चुका है। मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू और प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद रविवार देर रात राजकीय यात्रा पर चीन के लिए रवाना हुए। यह यात्रा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण के बाद हो रही है। यात्रा पर राष्ट्रपति और प्रथम महिला के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी गया है। यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है।
मालदीव के मुकाबले लक्षद्वीप के लिए अभियान छेड़ने वाले बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने नया साल मालदीव में बिताया था।हिन्दुस्तान टाइम्स अखबार ने 2 जनवरी 2024 को इन तस्वीरों का प्रकाशन किया था। जिसे वहां देखा जा सकता है। उनकी मालदीव की फोटो और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। भारतीय क्रिकेट के स्टार विराट कोहली विवाह के बाद अनुष्का शर्मा के साथ हनीमून पर मालदीव गए थे। इसी तरह तमाम मशहूर भारतीयों के फोटो अब सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं। लोग इसके साथ सवाल भी पूछ रहे हैं कि जब लक्षद्वीप के मूल निवासियों पर अत्याचार हो रहा था और वे लोग आंदोलनरत थे तो ये सारे स्टार उस समय कहां थे। लक्षद्वीप को प्रकृति के अलावा वहां के मूल निवासियों ने भी संजो कर रखा है। लेकिन उनके कठिन समय में कोई खड़ा नहीं हुआ।  
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इस बीच, लक्षद्वीप की आवाज के रूप में पहचाने जाने वाले वहां के सांसद मोहम्मद फैज़ल ने भी मालदीव की आलोचना की। एएनआई से बात करते हुए, मोहम्मद फैज़ल ने पूछा कि पीएम मोदी ने लक्षद्वीप में पर्यटन और अन्य क्षेत्रों के दायरे के बारे में जो कहा, उस पर मालदीव को टिप्पणी क्यों करनी चाहिए। उन्होंने कहा-  "एक बात तय है कि लक्षद्वीप एक नई मंजिल बनने जा रहा है जिसे अभी भी खोजा जाना बाकी है। पीएम मोदी लक्षद्वीप आए और एक दिन के लिए रुके और उन्होंने कुछ ऐसा कहा जो लक्षद्वीप के लोग हमेशा से पर्यटन के नजरिए से चाहते थे। मैं हमेशा से चाहता था कि भारत सरकार पर्यटन के लिए एक नीति बनाए क्योंकि इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मालदीव को इससे समस्या क्यों होनी चाहिए?" 
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क़मर वहीद नक़वी
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