अगर वर्तमान जनसंख्या नीति जारी रहती है और इसमें किसी किस्म का बदलाव नहीं होता है तो इस सदी के अंत तक यानी 2100 आते-आते भारत की जनसंख्या 1 अरब 9 करोड़ रह जाएगी, यानी अभी के मुक़ाबले क़रीब 30 करोड़ कम।