देश में एक अजीबोगरीब माहौल है। हर एक मुद्दे पर देश बँटा दिखता है। दो अलग-अलग विचार एक-दूसरे से लड़ते नज़र आते हैं। दिक्कत इसलिए भी और बढ़ जाती है क्योंकि दोनों पक्ष अपने-अपने विचारों पर अमल को नाक का विषय बना लेते हैं। सहमति बनाने के लिए कोई पहल नहीं होती। जो होता है एकतरफ़ा होता है। देश के 26 लाख छात्र इसी द्वंद्वात्मक राजनीतिक परिवेश के बुरे नतीजे को झेल रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप भी सवालों को ख़त्म करने के बजाए सवाल पैदा कर रहा है।
JEE, NEET के लाखों परीक्षार्थियों के भविष्य से क्यों खिलवाड़ कर रही है सरकार?
- विश्लेषण
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- 27 Aug, 2020

JEE की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच और NEET की परीक्षा 13 सितंबर को निर्धारित है। क्या लाखों छात्रों की ज़िन्दगी को कोरोना काल में दाँव पर लगा दिया जाए? क्या कोरोना की वजह से देश के लाखों छात्रों का एक साल बर्बाद कर दिया जाए?
ज्वाइंट एन्ट्रेंस एक्जाम यानी JEE की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच और नेशनल एलिजिबिलिटी कम इन्ट्रेंस टेस्ट यानी NEET की परीक्षा 13 सितंबर को निर्धारित है। JEE के लिए 9.53 लाख और NEET के लिए 15.97 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।