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देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से कम हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी आँकड़ों के अनुसार शनिवार को 24 घंटे में 1 लाख 65 हज़ार 553 पॉजिटिव केस आए। एक दिन पहले क़रीब 1 लाख 73 हज़ार मामले आए थे। देश में 6 मई को सबसे ज़्यादा 4 लाख 14 हज़ार केस आए थे और अब 24 दिन में यह घटकर पौने दो लाख से भी कम हो गए हैं। फ़िलहाल, देश में कोरोना की दूसरी लहर है और कई राज्यों में लॉकडाउन के बीच संक्रमण के मामले लगातार कम होते जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज जारी आँकड़ों के अनुसार देश में 24 घंटों में 3460 लोगों की मौत हुई है। एक दिन पहले 3617 लोगों की मौत हुई थी। यानी मौत के मामले भी कम हुए हैं।
इस बीच टीकाकरण अभियान में भी तेज़ी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन शनिवार तक क़रीब 21 करोड़ खुराकें ही लगाई जा सकी हैं।
बता दें कि एक दिन पहले ही दिल्ली और केरल सरकार ने पाबंदियों को बढ़ा दिया है। दिल्ली में लॉकडाउन को फिर से एक हफ़्ते के लिए बढ़ा दिया गया है, लेकिन इसके साथ ही क़रीब 40 दिन बाद पहली बार प्रतिबंधों में कुछ ढील दी गई है। सोमवार को समाप्त होने वाला लॉकडाउन अब 7 जून तक रहेगा। हालाँकि दिल्ली सरकार ने विनिर्माण और निर्माण व्यवसायों को शर्तों के साथ काम फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। जो कंपनियाँ काम शुरू करेंगी उन्हें सख्ती से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना होगा और शिफ़्टों में काम करना होगा। कर्मचारियों की समय समय पर कोरोना की जाँच भी की जाएगी।
देश में इस भयावह दूसरी लहर शुरू होने के बाद राजधानी में पहली बार 19 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया गया था। पिछले हफ़्ते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के संकेत दिए थे। केजरीवाल ने कहा था कि कोरोना संक्रमण के मामले कम होते रहे तो 31 मई से लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा था कि अब लहर स्पष्ट रूप से कमज़ोर हो रही है।
दिल्ली में प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब शनिवार को 24 घंटे में एक हज़ार से भी कम पॉजिटिव केस आए हैं और 956 मामले दर्ज किए गए हैं। ये दो महीने में सबसे कम मामले हैं।
दिल्ली में इससे पहले 22 मार्च को 888 मामले दर्ज किए गए थे। पॉजिटिविटी रेट भी गिरकर 1.19 फ़ीसदी आ गई है। पहले यह 36 फ़ीसदी तक पहुँच गई थी।
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