मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया तो क्या, गठबंधन अभी भी चुनाव मैदान में है। बस थोड़ी सी रणनीति बदल गई है। एमपी में पहले कांग्रेस ने गठबंधन के तहत सपा को यह सीट दी थी, लेकिन अब जब सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया है तो इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के ख़िलाफ़ उतरे एक अन्य प्रत्याशी को समर्थन देने की बात कही है।
सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद विपक्षी दलों के समूह इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस यानी इंडिया ने बैठक की और इसमें खजुराहो सीट पर नयी योजना के साथ उतरने का फ़ैसला किया। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि 'हम भाजपा के ख़िलाफ़ उम्मीदवारों में से एक का समर्थन करेंगे। हम भाजपा को सबक सिखाएंगे।' 'इंडिया' के नेताओं की बैठक में कांग्रेस, सपा और अन्य घटक दलों के नेताओं ने निर्वाचन अधिकारी की आलोचना की।
अखिलेश यादव ने कहा है कि खजुराहो सीट से इंडिया ब्लॉक की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि 'जब हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर ये देखने वाले अधिकारी ने फॉर्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा है।' उन्होंने कहा कि जो कैमरे के सामने छल कर सकते हैं, वो फॉर्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे।'
कांग्रेस ईकाई अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि शुक्रवार को जब सपा प्रत्याशी इंतजार कर रही थीं तो चुनाव अधिकारी तीन घंटे तक अपनी सीट पर नहीं थे। उन्होंने कहा कि मीरा यादव दोपहर 12 बजे से जिलाधिकारी के कार्यालय में मौजूद थीं लेकिन वह नहीं पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी को भी कई बार फोन किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार सपा उम्मीदवार का नामांकन पत्र शुक्रवार को निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दिया क्योंकि उन्होंने एक जगह हस्ताक्षर नहीं किया था और पुरानी मतदाता सूची की प्रति जमा कराई थी।
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