इससे पहले मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने के बाद सरकार ने बुधवार को भारतीय नागरिकों को ईरान की यात्रा न करने की सलाह दी है। इसराइल पर मंगलवार को ईरान के मिसाइल हमले के बाद मध्य पूर्व में स्थिति युद्ध के कगार पर पहुंच गई है। दुनिया भर से कड़ी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। अधिकारियों ने ईरान में भारतीयों को सतर्क रहने और तेहरान में दूतावास के संपर्क में रहने का भी निर्देश दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति में हाल ही में हुए बदलाव पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। भारतीय नागरिकों को ईरान की सभी गैर-ज़रूरी यात्राओं से बचने की सलाह दी जाती है। वर्तमान में ईरान में रहने वाले लोगों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और तेहरान में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें।'
इसराइल की स्थिति को देखते हुए तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने भी मंगलवार को इसराइल में भारतीय नागरिकों के लिए एक सलाह जारी की। अधिकारियों ने भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा बताए गए प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा।
सलाह में कहा गया है, 'कृपया सावधानी बरतें, देश के भीतर ग़ैर-ज़रूरी यात्रा करने से बचें और सुरक्षा आश्रयों के क़रीब रहें। दूतावास स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और हमारे सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसराइली अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में है।'
तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इसराइल के खिलाफ हमला करने के बाद ईरान ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'इस्माइल हनीयेह, सैय्यद हसन नसरल्लाह और शहीद निलफोरूशन की शहादत के जवाब में हमने कब्जे वाले क्षेत्रों के हार्ट को निशाना बनाया।' न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट किया कि ईरान का इसराइल पर हमला 'आतंकवादी कृत्यों के लिए एक कानूनी, तर्कसंगत और वैध प्रतिक्रिया है।'
इस बीच, ईरान ने बुधवार को कहा कि इसराइल पर उसका मिसाइल हमला समाप्त हो गया है। तेहरान आगे की उकसावे से बचता हुआ दिखाई दिया।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने ट्वीट किया, 'जब तक इसराइली शासन आगे की जवाबी कार्रवाई को उकसाने का फ़ैसला नहीं करता, तब तक हमारी कार्रवाई समाप्त हो चुकी है। उस परिदृश्य में हमारी प्रतिक्रिया अधिक मजबूत और अधिक शक्तिशाली होगी।'
इस बीच इसराइल ने लेबनान और ग़ज़ा दोनों में अपने बमबारी और जमीनी हमले को तेज कर दिया है। इसराइल का जमीनी आक्रमण पेजर हमलों, दो सप्ताह के हवाई हमलों और पिछले सप्ताह हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद हुआ है। लेबनानी सरकार के अनुसार, हवाई हमलों ने कई हिजबुल्लाह कमांडरों को खत्म कर दिया है, जबकि लगभग 1,000 नागरिकों की मौत हो गई है और दस लाख लोगों को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है।
अपनी राय बतायें