जम्मू-कश्मीर में पाबंदी लगने के दो महीने बाद भी कश्मीरियों के साथ लगातार हो रही सख्ती पर अब कई आईआईटी के 132 शिक्षकों, पूर्व छात्रों और छात्रों ने सरकार को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में कहा गया है कि कश्मीरियों के साथ हो रही 'क्रूरता' ख़त्म हो। राज्य में अभी भी सामान्य स्थिति नहीं बनी है और मुख्यधारा के नेता हिरासत में रखे गए हैं। दवाइयों जैसी ज़रूरी चीजों की कमी की रिपोर्टें हैं और इंटरनेट की सुविधाएँ पूरी तरह बंद हैं। इसी को लेकर अब तक कई अलग-अलग समूहों ने प्रदर्शन किया है और कोर्ट में भी कई याचिकाएँ दायर की गई हैं।
आईआईटी से जुड़े 132 लोगों ने लिखा ख़त, कहा, कश्मीर में ‘क्रूरता’ ख़त्म हो
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- 29 Mar, 2025
जम्मू-कश्मीर में पाबंदी लगने के दो महीने बाद भी कश्मीरियों के साथ लगातार हो रही 'क्रूरता' पर अब कई आईआईटी के 132 शिक्षकों, पूर्व छात्रों और छात्रों ने सरकार को चिट्ठी लिखी है।

पाँच अगस्त को अनुच्छेद 370 में बदलाव किए जाने के बाद से ही कश्मीर में पाबंदी लगी है। कुछ जगहों पर पाबंदी में छूट दी गई है, लेकिन स्थिति बेहतर नहीं है। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों में फेरबदल किया था। इससे राज्य को प्राप्त विशेष दर्जा समाप्त हो गया था। राज्य को दो हिस्सों में बाँटकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। इस फ़ैसले के बाद से क्षेत्र में पाबंदी लगा दी गई है।