सीबीआई के एक एसपी की देश के पावरफुल कैबिनेट मिनिस्टर अरुण जेटली के सामने क्या औक़ात है? और अगर ऐसे पावरफ़ुल मिनिस्टर को वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री का साथ मिल जाए तो फिर उस बेचारे का क्या हस्र होगा? यह आसानी से सोचा जा सकता है। मैं कोई कथा-कहानी नहीं कह रहा हूँ, यह हक़ीक़त है।