अमेरिकी सॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने फिर से अपनी एक रिपोर्ट से भारत के शेयर बाज़ार को लेकर तूफ़ान खड़ा कर दिया है। इसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सेबी प्रमुख माधबी बुच की अडानी की ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी थी इसलिए उन्होंने अडानी को लेकर पहले किए गए खुलासे के मामले में कार्रवाई नहीं की। हालाँकि, माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने एक बयान में कहा है कि वे रिपोर्ट में लगाए गए निराधार आरोपों का खंडन करते हैं। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, 'ये सभी आरोप झूठ हैं। हमारा जीवन और वित्त एक खुली किताब है।'
अडानी की ऑफशोर कंपनियों में हिस्सा इसलिए सेबी प्रमुख की कार्रवाई नहीं: हिंडनबर्ग
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- 29 Mar, 2025
हिंडनबर्ग रिसर्च की ताज़ा रिपोर्ट जनवरी 2023 में पहली बार राजनीतिक तूफ़ान खड़ा करने के क़रीब 18 महीने बाद आई है। जानिए, ताज़ा रिपोर्ट में सेबी प्रमुख पर क्या आरोप लगाया गया है।

हिंडनबर्ग रिसर्च ने बाजार नियामक सेबी से जुड़े हितों के टकराव के सवाल उठाया है। अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को आरोप लगाया कि 'उसे संदेह है कि अडानी समूह में संदिग्ध ऑफशोर शेयरधारकों के खिलाफ सार्थक कार्रवाई करने में सेबी की अनिच्छा की एक खास वजह हो सकती है। सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच की गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी द्वारा इस्तेमाल किए गए ठीक उसी फंड का इस्तेमाल करने में मिलीभगत हो सकती है।'