असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मुसलिमों की जनसंख्या पर एक बयान देकर फिर से इस विवाद को जन्म दिया है कि क्या मुसलिमों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है? या फिर इसमें कोई सचाई है कि मुसलिमों की आबादी बेतहाशा बढ़ रही है? आख़िर हिमंत बिस्व सरमा ने राज्य के अल्पसंख्यक मुस्लिम लोगों से जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक अच्छी परिवार नियोजन नीति अपनाने की अपील क्यों की? या जब तक मुसलिम जनसंख्या को लेकर दक्षिणपंथी विचार वाले नेता बयान क्यों देते रहते हैं?