अगर किसी कॉलेज में कोई सैनेटरी पैड मिल जाये तो क्या सिर्फ़ वहां के नियमों की ख़ातिर संस्थान की छात्राओं को इस बात के लिये मजबूर किया जाएगा कि वे कपड़े उतारकर इस बात का सबूत दें कि उन्हें पीरियड्स हो रहे हैं या नहीं। 21वीं सदी के आधुनिक समय में भी ऐसी घटना हुई है और यह घटना गुजरात के भुज में स्थित एक कॉलेज में हुई है। कॉलेज की हॉस्टल की छात्राओं से उनके पीरियड्स की स्थिति के बारे में जानने के लिये कपड़े उतरवाये गये। यह घटना सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट में हुई है।
गुजरात: गंदा सैनेटरी पैड मिलने पर कॉलेज ने उतरवाये 68 छात्राओं के कपड़े
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- 14 Feb, 2020
एक कॉलेज में गंदा सैनेटरी पैड मिलने पर सिर्फ नियमों की ख़ातिर कॉलेज की छात्राओं के कपड़े उताकर यह पता किया जाना कि उन्हें पीरियड्स हो रहे हैं या नहीं, अव्वल दर्जे की बेहूदगी है।

कॉलेज की एक पीड़ित छात्रा ने अंग्रेजी अख़बार ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ (टीओआई) को बताया कि यह कठोर मानसिक यातना की तरह थी और उसके पास इसे बताने के लिये शब्द नहीं हैं। पीड़ित छात्रा ने बताया कि इंस्टीट्यूट की कुल 68 छात्राओं को इस यातना से गुजरना पड़ा। कॉलेज की प्रिंसिपल और टीचर्स ने छात्राओं को कपड़े उतारने के लिये मजबूर किया। घटना के सामने आने के बाद इसे लेकर कॉलेज की प्रिंसिपल और टीचर्स की जमकर आलोचना हो रही है।