दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के प्रतिनिधियों ने यूक्रेन में युद्ध पर रुस की निन्दा करने वाले प्रस्ताव की भाषा पर समझौता कर लिया है। रॉयटर्स ने सूत्रों के जरिए यह खबर दी है। बड़े देश रूस की निन्दा करना चाहते हैं लेकिन कुछ अन्य देशों ने इसका विरोध किया। तब भारत ने एक प्रस्ताव ड्राफ्ट किया, जिसकी भाषा में परिवर्तन किया गया है। हालांकि अभी भी इस बारे में बहुत स्पष्ट स्थिति नहीं है। किसी भी क्षण कोई भी देश पीछे हट सकता है।