जी20 सम्मेलन के दौरान संयुक्त घोषणापत्र पर तमाम बड़े देश सहमत हो गए हैं लेकिन कुछ देशों ने यूक्रेन युद्ध पर रूस की निन्दा किए जाने का विरोध किया है। भारत ने एक ड्राफ्ट तैयार किया है, जिसकी भाषा बदल दी गई है और तमाम देशों से उस पर सहमति जताने को कहा जा रहा है। लेकिन सवाल बाकी है कि क्या कुछ देश रूस की निन्दा में शामिल होंगे। अगर सहमति नहीं बनी तो यह पहला मौका होगा, जब जी20 से कोई संयुक्त घोषणापत्र जारी नहीं होगा। रूस-युक्रेन युद्ध पर अलग-अलग विचारों के कारण भारत की अध्यक्षता में हुई मंत्रीस्तरीय किसी भी बैठक में जी20 बैठक में कोई घोषणा नहीं सकी है।