कोरोना महामारी की दवा बनाने का दावा करने वाली कंपनी पतंजलि और इसके प्रमुख रामदेव की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। रामदेव और दूसरे चार लोगों के ख़िलाफ़ प्रथामिकी यानी एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। रामदेव पर ‘भ्रामक प्रचार’ करने का आरोप लगाया गया है।