कोरोना संकट ने बड़ी संख्या में लोगों के सामने भूख का संकट खड़ा कर दिया है और यही स्थिति राशन के लिए लगने वाली लंबी-लंबी लाइनों में दिख रही है। यह संकट इसलिए आया क्योंकि एक तो बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियाँ गईं, जिनकी नौकरी बची भी उनकी तनख्वाह कम हो गई, दूसरी आमदनी पर निर्भर लोगों की आय भी घटी और जो कुछ रुपये बचत के थे वे बीमारों के इलाज में खर्च हो गए। कई लोगों को अब मुश्किल से ही काम मिलता है और ऐसे में पूरे परिवार का ख़र्च चलाना मुश्किल हो जाता है।