ढाका हाईकोर्ट ने गुरुवार को "बांग्लादेश में इस्कॉन की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने" के मुद्दे का स्वत: संज्ञान लेते हुए आदेश जारी करने से इनकार कर दिया। क्योंकि अदालत को सूचित किया गया था कि सरकार पहले ही जरूरी कार्रवाई कर चुकी है। इस पर आदेश की जरूरत नहीं है। यह जानकारी डेली स्टार ने दी। उधर, देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास से खुद को अलग कर लिया और कहा कि उनके "क्रियाकलाप इस्कॉन का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। उन्हें इस्कॉन से निकाला जा चुका है।"