सूचना के अधिकार ने देश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और भ्रष्टाचारियों को जेल भेजने में मदद की। इस अधिकार ने सरकार को जबावदेह बनाने की दिशा में बड़ी भूमिका अदा की। आम आदमी से सरकारें डरने लगीं। सरकारों ने इस क़ानून को ख़त्म करने की हर कोशिश की। अब यह क़ानून दिल्ली हाईकोर्ट के एक फ़ैसले से पूरी तरह से बे-असर हो सकता है।