ग़रीबी, बेरोज़गारी, ध्वस्त अर्थव्यवस्था, कोरोना से निपटने में बदइंतजामी के बीच इन दिनों लव जिहाद के मुद्दे को केंद्र में ‘लाया गया है’। लाया गया है इसलिए कहना होगा क्योंकि कुछ नामचीन टीवी चैनलों ने पिछले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर घंटों के प्रोग्राम चलाए हैं और बहस भी की है।
लव जिहाद: हिंदुत्ववादियों का विभाजनकारी और ख़तरनाक एजेंडा!
- देश
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- 22 Nov, 2020
क्या वास्तव में लव जिहाद का मुद्दा बेहद गंभीर है या यह सिर्फ हिंदुत्ववादी संगठनों की राजनीतिक सौदेबाज़ी है, इस पर बात की जानी बेहद ज़रूरी है।

लेकिन क्या वास्तव में लव जिहाद का मुद्दा बेहद गंभीर है या यह सिर्फ हिंदुत्ववादी संगठनों की राजनीतिक सौदेबाज़ी है, इस पर बात की जानी बेहद ज़रूरी है। सवाल यह है कि आख़िर बीजेपी की राज्य सरकारों ने लव जिहाद को इतना बड़ा मुद्दा क्यों बना दिया है।