जस्टिस एस.के. कौल से सवाल किया गया था कि क्या यह सरकार आक्रामक है या भारी बहुमत वाली सरकार आक्रामक होती है। इसके जवाब में जस्टिस कौल ने कहा- इसे 1950 के दशक से देखिए। सभी फैसले थोड़े कठिन रहे होंगे और यह काम का हिस्सा है। सरकार को किसी का हस्तक्षेप पसंद नहीं है, लेकिन न्यायपालिका का काम जाँच और संतुलन करना है। आप इंदिरा गांधी के समय या यहां तक कि पंडित नेहरू के समय को देखें... जब उन्होंने बहुमत वाली सरकारें स्थापित कीं... आप देखते हैं कि कानून में कितने बदलाव लाए गए और निश्चित रूप से वे चरित्र में समाजवादी थे। आज सरकार अपनी आर्थिक नीति को कहां ले जाना चाहती है, इसे लेकर कई चीजें हो रही हैं।
अदालत न तो विपक्ष हो सकती है और न ही सरकारः जस्टिस एस.के. कौल
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- 29 Mar, 2025
सुप्रीम कोर्ट से हाल ही में रिटायर जस्टिस संजय किशन कौल ने इंडियन एक्सप्रेस को एक लंबा इंटरव्यू दिया। इंटरव्यू मंगलवार को प्रकाशित हुआ है। जस्टिस कौल ने कई बातें कहीं हैं जिनसे अदालत और सरकार के संबंधों का पता चलता है। जस्टिस कौल की कही कुछ महत्वपूर्ण बातों को सत्य हिन्दी पर प्रकाशित कर रहे हैं।
