अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिकी सेना ने सोमवार को इराक में ईरान समर्थित संगठनों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली तीन साइटों पर हमले किए। ईरान समर्थित इन संगठनों के हमले में उत्तरी इराक में ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों के घायल होने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों पर जवाबी कार्रवाई का आदेश दिया था, जिसके बाद ये हमले किए गए।
ऑस्टिन ने एक बयान में कहा, "अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक में कातेब हिजबुल्लाह और संबद्ध समूहों के तीन ठिकानों पर आवश्यक हमले किए।" बाइडेन, जो कैंप डेविड में क्रिसमस की छुट्टियां बिता रहे हैं, को सोमवार को हमले के बारे में जानकारी दी गई और उन्होंने पेंटागन को प्रतिक्रिया करने का आदेश दिया।
अमेरिका ने पूरे क्षेत्र में अपने प्रॉक्सी समूहों के नेटवर्क द्वारा बढ़ती हिंसा के लिए ईरान को दोषी ठहराया है, जिसने हमास की फंडिंग और प्रशिक्षित किया है। इसमें लाल सागर में कमर्शल और सैन्य जहाजों पर यमन के हूती के हमले भी शामिल हैं।
सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास उपनगर जैनबिया में सोमवार को इजराइली हवाई हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एक वरिष्ठ अधिकारी जनरल रजी मूसवी की मौत हो गई। ईरानी तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, यह इलाका सैयदा जैनब के रोजे के पास है। रजी मूसवी ईरान और सीरिया के बीच सैन्य गठबंधन के बीच तालमेल का काम देख रहे थे। इज़राइल का मानना है कि जनरल रजी मूसवी लेबनान के हिजबुल्लाह लड़ाका समूह सहित क्षेत्र में अन्य संगठनों को हथियार आपूर्ति करने के तेहरान के प्रयासों में भारी रूप से शामिल थे।
ईरानी अधिकारियों और क्षेत्र में सहयोगी लड़ाकों के समूहों ने जनरल रजी मूसवी की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है। लेकिन जगह और समय सीमा तय नहीं की गई है। लेबनान-इज़राइल सीमा पर हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच झड़पें भी तेज़ होती जा रही हैं, जिसमें सीमा पार से मिसाइलों, हवाई हमलों और गोलाबारी हो रही है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कसम खाई कि इज़राइल "निश्चित रूप से इस अपराध की कीमत चुकाएगा। बिना किसी संदेह के, यह कार्रवाई क्षेत्र में ज़ायोनी शासन की हताशा, असहायता और अक्षमता का एक और संकेत है।" टाइम्स ऑफ इजराइल ने बताया कि इज़राइल रक्षा बलों के शीर्ष प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने सोमवार शाम को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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इजराइली लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के यरुशलम स्थित आवास के बाहर फिर से प्रदर्शन किया। इनमें वो लोग ज्यादा हैं, जिनके परिवारों के या रिश्तेदार बतौर बंधक हमास के कब्जे में है। प्रदर्शनकारियों ने गजा में अमन-चैन कायम करने और अमेरिका के प्रभाव से बाहर निकलने के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक इजराइल अमेरिका के चंगुल से नहीं निकलेगा, तब तक गजा में शांति नहीं होगी।
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