1796 में ब्रिटिश वैज्ञानिक एडवर्ड जेनर ने 'काऊ पॉक्स' बीमारी से बचाव के लिए टीका या वैक्सीन की खोज की थी। तब से ही वैक्सीन-विरोधी टीके के बारे में भ्रमित तर्क देते रहे हैं। सोशल मीडिया के ज़माने में इन बेबुनियाद तर्कों को और बढ़ावा मिला है और आम जनता को भ्रमित करना और भी आसान हो गया है।