कोरोना की वैक्सीन आ गई। अब उम्मीदें पूरी होने जा रही हैं। इंग्लैंड में वैक्सीन लगनी शुरू भी हो गईं। भारत में भी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए कम से कम तीन कंपनियों ने आवेदन कर दिया है। जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। तो क्या इसके साथ ही अब भारत की समस्या पूरी तरह ख़त्म हो गई? क्या 130 करोड़ देशवासियों के लिए वैक्सीन पहुँचाना कम चुनौती भरा काम है? इतनी वैक्सीन कब तक मिलेगी? कोरोना की वैक्सीन के लिए विशेष व्यवस्था चाहिए। कई कंपनियों की वैक्सीन के लिए -20 से -80 डिग्री तक तापमान चाहिए। दूर-दराज के क्षेत्रों में वैक्सीन कैसे पहुँचेगी? भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था और सेवाएँ भी बेहद ख़राब हैं। 2019 के वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सूचकांक के अनुसार 195 देशों में भारत 57वें स्थान पर था। ऐसे में सरकार के लिए एकाएक सभी लोगों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करना क्या आसान होगा?
वैक्सीन तो आई, पर चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था संभालेगी कैसे?
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- 9 Dec, 2020
कोरोना की वैक्सीन आ गई। भारत में भी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए कम से कम तीन कंपनियों ने आवेदन कर दिया है। तो क्या भारत की समस्या पूरी तरह ख़त्म हो गई?
