क्या टीकाकरण अभियान में लगे स्वास्थ्य कर्मी भी टीका के प्रभाव को लेकर आशंकित हैं? क्या वे ख़ुद टीका लेने से बच रहे हैं और दूसरों पर इसके असर को देखना चाहते हैं? क्या इस वजह से ही दो दिनों में जितने लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, उतने लोगों ने टीका नहीं लगवाया है?