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सावरकर पर कांग्रेस के बुकलेट पर क्यों मचा है घमासान? 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय अधिवेशन के रंग में भंग पड़ गया है। पांच दिनों का अधिवेशन गुरुवार से इंदौर में आरंभ हुआ है। मोहन भागवत इस आयोजन में शामिल हैं। राष्ट्रीय सेवादल ने संघ पर हमला बोला है। जवाब में बीजेपी भी मैदान में उतर आयी है।

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आरएसएस का अधिवेशन इंदौर में हो रहा है। इधर भोपाल में सेवादल दस दिनों का राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर कर रहा है। शिविर के पहले दिन सेवादल ने साहित्य बाँटा तो बवाल हो गया। दरअसल सेवादल द्वारा बाँटे गए साहित्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर तीखा हमला बोला गया है। संघ को हिटलर के नात्सीवाद और मुसोलिनी के फासीवाद से प्रेरित क़रार दिया गया है।

सावरकर पर कटाक्ष

कांग्रेस की ओर से वितरित साहित्य में वीर सावरकर पर भी तीखे कटाक्ष किए गए हैं। एक बुकलेट ‘वीर सावरकर, कितने वीर’ शीर्षक से है। इसमें लिखा है कि जब नेताजी सुभाषचंद्र बोस द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान विदेशी सहायता सुनिश्चित कर रहे थे, तब सावरकर ने अंग्रेज़ों को पूर्ण सैन्य सहयोग की पेशकश की थी। उन्होंने हिटलर की तारीफ भी की थी।

बुकलेट में लैरी कॉलिन्स और डॉमिनिक लापिएर की किताब ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ के पेज नंबर 423 के हवाले से कहा गया है कि सावरकर अपने अनुयायियों को अल्पसंख्यक महिलाओं से दुष्कर्म के लिए उकसाते थे। साथ ही 12 साल की उम्र में उन्होंने मसजिद पर पथराव किया था।
कांग्रेस की ओर से साहित्य में एक जगह सावरकर को समलैंगिक संबंधों का ‘शौकीन’ भी करार दिया गया है। नाथूराम गोडसे से संबंध भी जोड़े गये हैं।

बीजेपी का पलटवार

सेवादल के ‘हमले’ से बीजेपी गुस्सा हो गई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने एक बयान में कहा है, ‘कांग्रेस के नेता उन राष्ट्र भक्तों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं जो विशेष रूप से बहुसंख्यक आबादी के हितचिंतक रहे हैं। इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलता कि अंग्रेजों का विरोध करने के कारण सावरकर और उनके भाई वर्षों तक एक ही जेल में रहे। दोनों को इसकी जानकारी नहीं थी।

मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने कहा है कि कांग्रेस के नेताओं को सिर्फ़ एक ही परिवार के भक्ति भाव से ही मतलब है, उसे भारत के इतिहास और महापुरूषों की जानकारी नहीं है।
बीजेपी ने कहा है कि इतिहास गवाह है कांग्रेस ने महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल और बाबा साहेब आंबेडकर जैसी महान शख़्सियतों को अपमानित करने का काम किया है।

कांग्रेस का जवाब

उधर सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने दावा किया है कि वितरित साहित्य पूरी तरह से तथ्यात्मक और प्रमाणित है। उन्होंने कहा, ‘यह बुकलेट एक साल पहले प्रकाशित की गई है। इसमें सावरकर की लिखी किताब के तथ्य भी शामिल हैं। आरएसएस कभी भी राष्ट्र भक्त संगठन नहीं रहा।’

प्रियंका भी आयेंगी

सेवादल के प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक और अहमद पटेल समेत कई वरिष्ठ नेता आ रहे हैं। सेवादल का दावा तो यह भी है कि 7 जनवरी को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शिविर में शामिल होंगी। वे सत्र को संबोधित करेंगी।

भागवत ने पढ़ा इक़बाल का शेर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारिणी की बैठक के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत गुरूवार को इंदौर पहुंच गये हैं। इंदौर में कई कार्यक्रमों में उन्होंने गुरूवार को शिरकत की।
भागवत ने पढ़ा इक़बाल का शेर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारिणी की बैठक के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत गुरूवार को इंदौर पहुंच गये हैं। इंदौर में कई कार्यक्रमों में उन्होंने गुरूवार को शिरकत की।
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