दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन करने वाली सरकारी कंपनी कोल इंडिया अब कोयला आयात करेगी। यह फ़ैसला इसलिए लिया गया कि देश में लगातार बिजली संकट की चिंताएँ बनी हुई हैं और समझा जाता है कि बिजली उत्पादन इकाइयों में कोयले का स्टॉक कम होने की आशंका है और इसलिए स्टॉक बढ़ाने के लिए यह फ़ैसला लिया गया है। देश में क़रीब 70 फ़ीसदी बिजली का उत्पादन कोयले से चलने वाले थर्मल पावर प्लांट में होता है।
बिजली संकट? 7 साल में पहली बार होगा कोयला आयात
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- 29 May, 2022
देश में बिजली संकट क्या इतना गंभीर होने वाला है कि अब वर्षों बाद कोयले के आयात करने की नौबत आ गई है? जानिए, सरकारी कंपनी कोल इंडिया ने क्यों लिया है यह फ़ैसला।

रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार कोयला आयात करने का कोल इंडिया का यह फ़ैसला कई वर्षों बाद लिया गया है। 2015 के बाद यह पहली बार होगा कि कोल इंडिया ईंधन का आयात करेगी। यह फ़ैसला ऐसे समय में लिया गया है जब पिछले महीने ही कोयले की कमी की वजह से गंभीर बिजली संकट पैदा हो गया था और घंटों बिजली कट की समस्या का सामना करना पड़ा था।