इसे सरकार और सत्ताधारी दल की अपरोक्ष आलोचना कहा जा सकता है। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना ने बग़ैर किसी दल या व्यक्ति का नाम लिए कहा है कि शासकों को रोज़ाना इस पर विचार करना चाहिए कि क्या उनके लिए हुए फ़ैसले अच्छे हैं और यह भी कि क्या उनमें कोई अवगुण हैं।