बीते 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में सांप्रदयिक हिंसा हुई। कानून-व्यवस्था के नजरिए से देखे तो यह पुलिस और प्रशासन की बड़ी चूक का नतीजा थी कि वह इसे रोक नही पाया। हिंसा के बाद भड़के जनआक्रोश को शांत करने के लिए प्रशासन और सरकार ने बुलडोजर एक्शन का सहारा लिया। करीब चार दिनों तक नूंह में में बुलडोजर चलते रहें जब तक की पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से इन्हें रोकने का आदेश नहीं आ गया।
क्या जनदबाव में सरकारें बुलडोजर चला कर खुद हिंसा के आरोपियों को दे रही हैं सजा ?
- देश
- |
- 29 Mar, 2025
बिना किसी विध्वंस आदेश और नोटिस के, कानून और व्यवस्था की समस्या का इस्तेमाल कानून द्वारा स्थापित प्रक्रिया का पालन किए बिना इमारतों को गिराने के लिए किया जा रहा है।
