संसद का बजट सत्र शुक्रवार को शुरू हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। उन्होंने अपने अभिभाषण में रामजन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद की स्थिति से लेकर, तीन तलाक़ क़ानून, जम्मू-कश्मीर तक का ज़िक्र किया। प्रदर्शनों के दौरान हिंसा को लेकर राष्ट्रपति ने कहा कि विरोध के नाम पर हिंसा देश को कमज़ोर करती है। राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि संसद के दोनों सदनों द्वारा नागरिकता संशोधन क़ानून बनाकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का सपना पूरा किया गया। इस बीच नागरिकता क़ानून को लेकर विपक्ष ने संसद में शोर-शराबा भी किया। बता दें कि देश भर में नागरिकता क़ानून को लेकर प्रदर्शन चल रहे हैं। शुरुआती दिनों में यानी क़रीब महीने भर पहले कई जगहों पर ज़बरदस्त हिंसा हुई थी। इसमें कम से कम दो दर्जन लोगों की जानें चली गई हैं। हालाँकि बाद में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे हैं।