बजट भाषण में वित्त मंत्री जो कहते हैं कई बार उससे महत्वपूर्ण वह हो जाता है जो वे नहीं कहते हैं। इस बार निर्मला सीतारमण ने जिन मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी बजट के वे हिस्से हैरान करने वाले हैं।

पूरे बजट भाषण में सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक यह रहा कि निर्मला सीतारमण ने रक्षा ख़र्च पर कुछ नहीं बोला।
पूरे बजट भाषण में सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक यह रहा कि उन्होंने रक्षा ख़र्च पर कुछ नहीं बोला। भारत में सरकारी ख़र्च का सबसे बड़ा मद रक्षा में ही जाता है, इस लिहाज से भी इसका जिक्र जरूरी लगता है और फिर इस समय जिस तरह से चीन के साथ लग रही देश की सीमाओं पर लगातार तनाव है उसके चलते भी यह काफी महत्वपूर्ण है। यह तनाव न सिर्फ बरकरार है बल्कि चीन ने इसे सिक्किम तक विस्तार दे दिया है।
यह इसलिए भी अजीब लगता है कि भारतीय जनता पार्टी जब तक विपक्ष में रही उसने बजट के मौके पर तकरीबन सभी सरकारों पर रक्षा जरूरतों पर पर्याप्त ध्यान न देने का लगातार आरोप लगाया है।