माओवादियों का दंडकारण्य से नेपाल तक का लाल गलियारा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली से होकर गुजरता है। 1997 से लेकर 2007 तक यह इलाका बेहद अशांत रहा, जहां अब नक्सलवाद पर पूरी तरह काबू पाया जा चुका है। यह तीनों उत्तर प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले हैं, जिनकी सीमाएं बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ को छूती हैं।