सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में वैसे तो देश के अधिकतर हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है, लेकिन कुछ जगहों पर यह हिंसात्मक रूप ले चुका है। कुछ राज्यों में ट्रेनों में आगजनी तो कुछ जगहों पर बसों में तोड़फोड़। कुछ जगहों पर तो सांकेतिक विरोध ही। आख़िर ऐसी प्रतिक्रिया क्यों आ रही है? जिस तरह का शांतिपूर्ण प्रदर्शन कुछ जगहों पर चल रहा है उस तरह का शांतिपूर्ण प्रदर्शन बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे उत्तर भारत के राज्यों में क्यों नहीं? इन जगहों पर युवा ज़्यादा ग़ुस्से में क्यों हैं?