लोग यह अफ़वाह क्यों फैलाते हैं कि महात्मा गाँधी ने भगत सिंह को बचाने की कोशिश नहीं की थी? भगत सिंह के शहादत दिवस पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने 3 अक्टूबर 2019 को विश्लेषण किया था। देखिए क्या कहा।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।