केंद्र बनाम राज्य
केंद्र सरकार यह नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रही है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना संक्रमण को रोकने में पूरी तरह नाकाम हैं और उनकी इस नाकामी का ख़ामियाजा राज्य की जनता भुगतेगी।राज्य सरकार यह साबित करने की कोशिश में है कि संकट की इस घड़ी में केंद्र उसकी मदद तो नहीं ही कर रहा है, उसे ठीक से काम भी नहीं करने दे रहा है, उसके काम में बेवज़ह हस्तक्षेप कर रहा है।
राज्यपाल का हमला
अपने ताज़ा हमले में राज्यपाल ने शनिवार को मुख्यमंत्री को लिखी एक कड़ी चिट्ठी में कहा कि स्वास्थ्य सेवा और जन वितरण प्रणाली की स्थिति 'नाज़ुक' है। उन्होंने बग़ैर किसी लाग लपेट के कह दिया कि 'राशन वितरण में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए, राजनीति नहीं की जानी चाहिए और यह ज़रूरतमंद ग़रीबों तक पहुँचना चाहिए, कालाबाज़ारी करने वालों को नहीं।'मौत पर राजनीति!
इसके एक दिन पहले यानी शुक्रवार 1 मई को राज्यपाल ने कोरोना से जुड़ी जानकारियाँ और आँकड़े छुपाने और मामला दबाने का आरोप मुख्यमंत्री पर खुल्लमखुल्ला लगा दिया। उन्होंने ट्वीट किया, 'कोविड-19 आँकड़ा छुपाने का ऑपरेशन अब बंद कर दीजिए ममता बनर्जी और पारदर्शिता अपनाइए।'Give up ‘ Covid-19 data cover up operation’ @MamataOfficial and share it transparently.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 2, 2020
Health bulletin 30/4 No of Active Covid cases 572. No health bulletin on May 1 !!
Information to central Government No of cases 931. (1/2) pic.twitter.com/LOUIggYqYa
अपनी तीखी ज़ुबान और बेलाग व बेलौस बोल के लिए मशहूर ममता बनर्जी ने इस पर ज़ोरदार पलटवार किया। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा, 'राज भवन को बीजेपी पार्टी कार्यालय में तब्दील कर दिया गया है।'
राज्यपाल पर हमला
तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, 'राज्यपाल जानबूझ कर संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। उनका अपना एजेंडा है। ममता बनर्जी बहुत ही लोकप्रिय हैं और वह उनसे ईर्ष्या करते हैं। वह योजनाबद्ध तरीके से गंदा खेल खेल रहे हैं।'“
'राज्यपाल अपना काम कर रहे हैं। हज़ारों लोग मर रहे हैं। राज्य और केंद्र के आँकड़े बिल्कुल अलग-अलग हैं। ममता बनर्जी इस पर सिर्फ राजनीति कर रही हैं।'
दिलीप घोष, अध्यक्ष, पश्चिम बंगाल बीजेपी
बीजेपी का वार
कोरोना से होने वाली मौतों पर राज्यपाल और बीजेपी का हमला यूं ही नहीं है। पश्चिम बंगाल सरकार का कहना है कि कोरोना से पीड़ित 105 लोगों की मौत हुई है। लेकिन इसके साथ ही वह यह भी कहती है कि इसमें 72 लोगों में दूसरे रोग भी थे, इसलिए उन मौतों को कोरोना से होने वाली मृत्यु नहीं कहा जा सकता है। राज्य सरकार का कहना है कि सिर्फ़ 33 लोगों की मौत कोरोना से हुई है।मौत पर विवाद
पश्चिम बंगाल सरकार ने एक कमेटी का गठन कर रखा है, जो हर कोरोना मृत्यु का डेथ सर्टिफिकेट देती है। डॉक्टरों और दूसरे स्वास्थ्यकर्मियों की संस्था 'बंगाली फीजिशियन्स' ने इस पर सवाल खड़े करते हुए मुख्यमंत्री को कड़ी चिट्ठी लिखी।ख़ुद को ‘बंगाली फ़ीजिशियन्स’ कहने वाले समूह ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी में इस बात पर चिंता जताई है कि पश्चिम बंगाल में कोरोना की जाँच बहुत ही कम हो रही है और यह स्थिति बेहद परेशान करने वाली है।
कोरोना जाँच पर राजनीति
इस चिट्ठी में कहा गया है कि दस लाख लोगों पर 33.7 लोगों की कोरोना जाँच राज्य में की गई है, जबकि राष्ट्रीय औसत 156.9 लोगों के जाँच की है। पश्चिम बंगाल में जितनी सुविधाएं हैं, उससे प्रति दस लाख पर 1,000 लोगों की कोरोना जाँच की जा सकती है।रेड ज़ोन पर विवाद
केंद्र सरकार के वर्गीकरण के आधार पर पश्चिम बंगाल में 10 रेड जो़न, 5 ऑरेंज और 8 ग्रीन ज़ोन हैं। पर ममता सरकार इस वर्गीकरण के आधार को ही नहीं मानती है। ज़ाहिर है, वह इन ज़िलों को रेड ज़ोन और ऑरेंज ज़ोन में होने से ही इनकार करती है। इस पर गहरा विवाद है।

अपनी राय बतायें