सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को दसवें दिन भी अयोध्या विवाद पर सुनवाई जारी रही। मूल याचिकाकर्ताओं में शामिल गोपाल सिंह विशारद की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार ने पीठ के समक्ष दलीलें रखीं। उन्होंने कहा कि भगवान राम का उपासक होने के नाते मेरा वहाँ पर पूजा करने का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट उन केसों की सुनवाई कर रहा है जिसमें इलाहाबाद हाई कोर्ट के 30 सितंबर 2010 के फ़ैसले के ख़िलाफ़ 14 अपीलें दायर की गई हैं। इसी मामले में रामलला विराजमान और निर्मोही अखाड़ा की ओर से अभी तक दलीलें रखी जा रही थीं। लेकिन बुधवार शाम से ही याचिकाकर्ताओं की दलीलें सुनी जा रही हैं और गुरुवार को भी इनकी दलीलें सुनी गईं।
अयोध्या विवाद- उपासक के नाते वहाँ पूजा का हक़: याचिकाकर्ता
- देश
- |
- 22 Aug, 2019
सुप्रीम कोर्ट में दसवें दिन सुनवाई में मूल याचिकाकर्ताओं में शामिल गोपाल सिंह विशारद के वकील ने दलील रखी कि भगवान राम का उपासक होने के नाते मेरा वहाँ पर पूजा करने का अधिकार है।

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील रंजीत कुमार ने दलील रखी कि मैं उपासक हूँ और मुझे विवादित स्थल पर उपासना का अधिकार है। यह अधिकार मुझसे छीना नहीं जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि वह रामलला विराजमान के वकील वैद्यनाथन और परासरन के उन तर्कों से सहमत हैं कि वह ज़मीन ख़ुद में भगवान की ज़मीन है। उन्होंने कहा, ‘भगवान राम का उपासक होने के नाते मेरा वहाँ पर पूजा करने का अधिकार है। यह मेरा सामाजिक अधिकार है, जिसे हटाया नहीं जा सकता। यह वह जगह है जहाँ भगवान राम का जन्म हुआ था। मैं यहाँ पर पूजा करने का अधिकार माँग रहा हूँ।’