क्या बाबरी मसजिद से पहले वहाँ मंदिर था? क्या मुगल शासक बाबर ने किसी मंदिर को ध्वस्त कर वहाँ बाबरी मसजिद बनवायी थी? हिंदू पक्ष किस आधार पर वहाँ मंंदिर होने का दावा करता है? क्या उसके पास इसके सबूत हैं। क्या मुसलिम पक्ष के पास बाबरी मसजिद के मालिकाना हक होने के सबूत हैं? ये सवाल इसलिए कि अयोध्या विवाद सदियों से है। इस विवाद के कारण कई बार साम्प्रदायिक तनाव फैल गया। इसको सुलझाने के लिए आपसी बातचीत का रास्ता तक नहीं बचा है। आख़िरी उम्मीद अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला किसके पक्ष में आएगा? इस सवाल का आधिकारिक रूप से जवाब भले ही सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद ही मिले, लेकिन भारतीय पुरातत्व विभाग यानी एएसआई के एक पूर्व अधिकारी को इस सवाल के जवाब पर कोई संदेह नहीं है। वह दावा करते हैं कि एएसआई की रिपोर्ट से साफ़ है कि वहाँ पहले से मंदिर था और बाबरी मसजिद के खंभों में मंदिर के अवशेष हैं। कौन हैं यह पूर्व अधिकारी और किस आधार पर कर रहे हैं यह दावा?