अमेरिकी कॉलेजों परिसरों में यहूदी विरोधी भावना बढ़ती जा रही है। इसे खुद व्हाइट हाउस ने भी माना है और इसकी निंदा की है। अमेरिकी कॉलेज परिसरों में इजरायल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर व्हाइट हाउस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक व्हाइट हाउस ने गुरुवार को गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिकी कॉलेज परिसरों में इज़रायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों की "अजीब" और "विरोधी" गतिविधियों की निंदा की है।
इसमें कहा गया है कि व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव एंड्रयू बेट्स ने द टाइम्स ऑफ इज़राइल को बताया है कि, कॉलेज परिसरों में यहूदी विरोधी संदेशों का बेहद परेशान करने वाला पैटर्न है।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह में, हमने कॉलेज परिसरों में ऐसे विरोध प्रदर्शन और बयान देखे हैं जो इज़रायल राज्य के विनाश की बातें करते हैं। यहूदी लोगों के खिलाफ नरसंहार का आह्वान देखने को मिला है। इसके कारण यहूदी छात्रों को खुद को इमारतों के अंदर भी बंद करना पड़ा है।
यहूदियों के विरोध में नारे लगाये गये थे
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट कहती है कि पूर्व के दिनों में अधिकारियों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने के महत्व पर जोर दिया था, साथ ही अरब, यहूदी और मुस्लिम अमेरिकियों के सुरक्षित महसूस करने के महत्व पर भी जोर दिया था। रिपोर्ट कहती है, ऐसा लगता है कि देश भर में बढ़ती यहूदी विरोधी घटनाओं ने व्हाइट हाउस को और अधिक मजबूती से बोलने के लिए प्रेरित किया है।
मंगलवार की रात, जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन के समर्थन में और यहूदियों के विरोध में नारे लगाये गये थे।
बुधवार की रात न्यूयॉर्क के कूपर यूनियन कॉलेज में,फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी इजरायल विरोधी नारे लगा रहे थे। यहां इनके कारण यहूदी छात्रों को उनके स्कूल की लाइब्रेरी में 20 मिनट के लिए बंद कर दिया गया।
यहूदी विरोधी भावनाएं अंतरात्मा को झकझोर देते हैं
व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव एंड्रयू बेट्स ने कहा है कि इस तरह की यहूदी विरोधी भावनाएं और कार्य अंतरात्मा को झकझोर देते हैं। उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों को जिंदा जलाने वाले हमास के आतंकवादी हत्यारों की प्रशंसा करते हुए, या यहूदी छात्रों को निशाना बनाते हुए इज़राइल राज्य को बदनाम करने जैसी हरकतों को हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
इसे यहूदी विरोधी भावना माना जायेगा। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन को यहूदी विरोधी भावना के विरोधी होने और अपने पूरे जीवन में इस तरह की सोच से नफरत करने पर गर्व है।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को, एंटी-डिफेमेशन लीग ने लगभग 200 विश्वविद्यालयों के प्रमुखों को पत्र भेजकर फिलिस्तीन में स्टूडेंट्स फॉर जस्टिस के अपने चैप्टर की जांच करने के लिए कहा है।
इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालयों इन चैप्टरों की जांच करें कि क्या उनके पास अनुचित फंडिंग स्रोत हैं, क्या उन्होंने स्कूल की आचार संहिता का उल्लंघन किया है, राज्य या संघीय कानूनों का उल्लंघन किया है या हमास को किसी तरह से सहायता प्रदान कर रहे हैं।
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