आरएसएस ने राम मंदिर मामले पर पैर पीछे खींचने शुरू कर दिए हैं। पाँच राज्यों में बीजेपी की हार के बाद संघ परिवार ने पाया कि मंदिर मुद्दे से वोट नहीं मिल रहे हैं। 2018 के आख़िरी दिन तक और शीतकालीन संसद सत्र के आख़िरी दिन यानी 5 जनवरी तक राम मंदिर संबंधी कोई बिल प्रस्तावित नहीं है।