सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का पांचवें दिन भी विरोध जारी है। विरोध के कारण बिहार में बड़े पैमाने पर सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है और इस वजह से ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए हिंसक प्रदर्शनों को लेकर पुलिस गिरफ्तारियों में जुटी हुई है। बिहार में 700 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और पुलिस ने 25 एफआईआर दर्ज की हैं। विरोध के बीच अग्निपथ योजना को लेकर सशस्त्र बलों की ओर से दिन में 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेन्स की जाएगी।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी 12 जिलों में 29 एफआईआर दर्ज की हैं और 300 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं। यह गिरफ्तारियां मथुरा, अलीगढ़, वाराणसी, जौनपुर, मिर्जापुर, गौतम बुद्ध नगर, बलिया आदि से की गई हैं।
याद दिला दें कि बलिया में उपद्रवियों ने ट्रेन की एक बोगी में आग लगा दी थी जबकि मथुरा, अलीगढ़, वाराणसी में तोड़फोड़ की हिंसक घटनाएं हुई थीं।
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगातार दूसरे दिन शनिवार को एक अहम बैठक बुलाई और इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल रहे।
अग्निपथ योजना के जोरदार विरोध के बीच भारतीय एयरफोर्स ने नई भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी अहम जानकारी जारी कर दी है। इसमें आयु सीमा, शैक्षणिक योग्यता, फिजिकल और मेडिकल स्टैंडर्ड, यूनिफॉर्म ऑनर्स एंड अवॉर्ड्स, अग्निवीरों को दी जाने वाली ट्रेनिंग सहित तमाम बातों का जिक्र किया गया है। नई भर्ती 24 जून से शुरू होगी।
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों के लिए तमाम एलान करने के बाद भी युवाओं का गुस्सा शांत होते नहीं दिखाई दे रहा है। बता दें कि अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में 10 फीसद आरक्षण दिए जाने, सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स यानी सीएपीएफ और असम राइफल्स में भी 10 फीसद आरक्षण का एलान गृह मंत्रालय कर चुका है।
गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए तय आयु सीमा में 3 साल की छूट देने का भी फैसला किया है और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी। इससे पहले केंद्र सरकार ने गुरूवार को इसमें संशोधन किया था। सरकार ने कहा था कि 2022 में होने वाली सेना भर्ती में वह 2 साल की छूट देगी।
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