अग्निपथ योजना को लेकर बीजेपी सांसद वरुण गांधी का हमला लगातार जारी है। सांसद वरुण गांधी ने इस नीति के खिलाफ चल रहे देशव्यापी विरोध को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही रियायतों की ओर इशारा करते हुए शनिवार को कहा कि यह सब दिखाता है कि इसे तैयार करते समय तमाम बिंदुओं पर विचार नहीं किया गया।
वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि 'अग्निपथ योजना' को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवतः योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया। जब देश की सेना, सुरक्षा और युवाओं के भविष्य का सवाल हो तो ‘पहले प्रहार फिर विचार’ करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं।
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पीलीभीत के सांसद केंद्रीय गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा 'अग्निवीर' के लिए घोषित अतिरिक्त रियायतों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। योजना घोषित होने के चंद घंटों बाद सरकार इसमें तीन बदलाव कर चुकी है। गृह मंत्रालय ने जहां कहा कि वह अर्धसैनिक बलों और असम राइफल्स में 'अग्निवीर' के लिए 10 फीसदी आरक्षण देगा, वहीं रक्षा मंत्रालय भी ऐसी भर्तियों के लिए 10 फीसदी सीटें आरक्षित करेगा।
गुरुवार को, केंद्र सरकार ने पहले बदलाव की घोषणा की थी, जिसमें 'एकमुश्त छूट' के तहत पात्रता के लिए ऊपरी आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 कर दिया। यह कदम बिहार सहित कई राज्यों में अग्निपथ विरोधी आंदोलन के हिंसक होने के बाद आया था। सरकार की इन रियायतों की घोषणा के बावजूद प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
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