गजा में इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग को 6 माह पूरे हो चुके हैं। इस बीच अब खबर आ रही है कि इजरायल ने अपनी सेना को दक्षिणी गजा इलाके से वापस बुलाना शुरु कर दिया है।
लंबे समय से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय मांग कर रहा था कि इजरायल इन इलाकों से अपनी सेनाओं को वापस बुलाए। युद्ध समाप्त किए जाने की दिशा में सेनाओं को वापस बुलाना बड़ा कदम माना जा रहा है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इज़राइल ने रविवार को कहा है कि उसने दक्षिणी गजा से और अधिक सैनिकों को वापस ले लिया है और अब सैनिकों की केवल एक ब्रिगेड छोड़ी है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब इजराइल और हमास ने छह महीने के संघर्ष के बाद संभावित युद्धविराम पर ताजा बातचीत के लिए मिस्र में अपनी-अपनी टीमें भेजी हैं। इजराइल और हमास दोनों ने पुष्टि की है कि वे मिस्र में अपने प्रतिनिधिमंडल को भेज रहे हैं।
माना जा रहा है कि गजा में मानवीय स्थिति में सुधार करने के लिए इजराइल पर अपने ही सहयोगी अमेरिका का दबाव बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिकी दबाव पिछले सप्ताह सात सहायता कर्मियों की हत्या के बाद से और भी बढ़ गया है।
हालांकि इजराइली सैन्य प्रवक्ता ने सैनिकों को वापस बुलाने के कारणों या इसमें शामिल संख्या के बारे में जानकारी नहीं दी है। वहीं इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि सैनिक गजा में भविष्य के अभियानों के लिए तैयारी करेंगे।
रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है कि हमास युद्ध को ख़त्म करने और इज़रायली सेना की वापसी के लिए कोई समझौता चाहता है। वहीं इज़राइल ने कहा है कि, वह हमास को उखाड़ फेंकेगा, जिसके विनाश की उसने शपथ ली है।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि बंधकों की रिहाई के बिना कोई समझौता नहीं होगा और वह अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। हमास का कहना है कि संभावित समझौते में गजा पट्टी के निवासियों को आवाजाही की स्वतंत्रता शामिल होनी चाहिए।
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अब तक 33 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी
इज़राइली आंकड़ों के अनुसार, हमास के 7 अक्टूबर के हमले के दौरान 250 से अधिक बंधकों को पकड़ लिया गया और लगभग 1,200 लोग मारे गए थे। वहीं गजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइली हमले में 33,100 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। गजा में अभी भी करीब 130 बंधकों को बंधक बनाकर रखा गया है।सेना की वापसी के बारे में पूछे जाने पर, इज़राइली रक्षा बलों के प्रमुख हर्ज़ी हलेवी ने मीडिया से कहा है कि सेना अपने तरीकों को एक लंबे युद्ध के अनुरूप ढाल रही है।
वहीं इज़राइल का कहना है कि हमास को खत्म करने के लिए मिस्र की सीमा के पास राफा क्षेत्र में घुस कर उसे कार्रवाई करने की आवश्यकता है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर अपनी चिंताएं जता रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मानना है कि अगर इस क्षेत्र में इजराइल सैन्य कार्रवाई करता है तो यहां बड़े पैमाने पर आम नागरिकों को नुकसान हो सकता है क्योंकि यहां पर 10 लाख से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं। इज़राइल का कहना है कि वह सैन्य कार्रवाई करने से पहले नागरिकों को निकाल लेगा।
रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है कि दूसरी तरफ दक्षिणी गजा शहर खान यूनिस के फिलिस्तीनी निवासियों ने कहा है कि उन्होंने इजरायली बलों को शहर के केंद्र को छोड़कर पूर्वी जिलों में पीछे हटते देखा है। खान यूनिस के कुछ निवासी, जो रफ़ा में शरण लिए हुए थे, इज़रायली सैनिकों के जाने के बाद लौटने लगे हैं।
राफा में एक तंबू में अपने आठ सदस्यीय परिवार के साथ रहने वाले 55 वर्षीय इमाद जौदत ने कहा है कि, हमें उम्मीद है कि आने वाली ईद हमारे लिए खुशियां ला सकती हैं।
जौदत ने एक चैट ऐप के माध्यम से रॉयटर्स को बताया कि इजराइल ने खान यूनिस से सेना वापस ले ली है, कुछ विदेशियों के मारे जाने के बाद अमेरिका इजराइल पर युद्ध विराम का दबाव बना रहा है। शांति वार्ता को लेकर भी हम इस बार आशांवित हैं।
रिपार्ट कहती है कि इज़राइल पर संयुक्त राज्य अमेरिका का दबाव बढ़ गया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मांग की है कि इजराइल गाजा में मानवीय स्थितियों में सुधार करे और युद्धविराम की दिशा में काम करे।
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