अडानी समूह अमेरिका में बड़े रिश्वतखोरी के आरोपों से हिल गया है। अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने 22 महीने पहले अडानी समूह पर भारतीय निवेशकों से हेराफेरी का आरोप लगाया था। उसके बाद यह बड़ा मामला सामने आया है। उस समय अडानी समूह पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया गया था और भारत का सत्ता केंद्र अडानी के साथ खड़ा नजर आया था। लेकिन इस बार मामला उससे कहीं अधिक गंभीर है। और उसकी वजहें भी खास हैं।
अडानी केसः हिंडनबर्ग रिपोर्ट से भी गंभीर यूएस मामला क्यों है?
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- 29 Mar, 2025
अमेरिकी जिला अदालत, ब्रुकलिन में दायर किए गए नए आरोप कहीं अधिक गंभीर हैं क्योंकि बातचीत और अन्य सामग्री रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेज बताते हैं कि अमेरिकी निवेशकों से जुटाए गए धन का इस्तेमाल कथित तौर पर भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए किया गया। आरोप है कि गौतम एस. अडानी ने एक भारतीय अधिकारी से इस संबंध में खुद मुलाकात की थी।
