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अडानीः कांग्रेस को सबूत पेश करने की चुनौती दी अमित शाह ने

अडानी समूह पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार बयान दिया है। अमित शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि इस मामले में बीजेपी के पास छिपाने या डरने के लिए कुछ भी नहीं है। संसद के बजट सत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समूचे विपक्ष ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था।

हाल ही में आई हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह पर शेयरों में धोखाधड़ी और हेराफेरी का आरोप लगाया गया था। अडानी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के सारे आरोपों का खंडन किया और कहा यह भारत पर हमला है। इस हिंडनबर्ग ने अपने जवाब में कहा कि यह भारत पर हमला नहीं है बल्कि भारत को जिस व्यवस्थित ढंग से अडानी समूह लूट रहा है, उसके बारे में तथ्यात्मक जानकारी दी गई है। विपक्ष ने बजट सत्र में इस मुद्दे को उठाना चाहा लेकिन सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। अडानी पर चर्चा किए बिना ही संसद कल सोमवार को एक महीने के लिए स्थगित हो गई।

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न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा -  कांग्रेस अदालत क्यों नहीं जाती। कांग्रेस ने पेगासस पर भी इसी तरह के फर्जी आरोप लगाए थे।

अडानी के शेयरों में गिरावट के बाद चल रहे विवाद पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, क्योंकि मामला अदालत में है, अमित शाह ने फिर भी बीजेपी का जोरदार ढंग से बचाव किया। उन्होंने कहा- 

सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है। एक मंत्री के तौर पर अगर सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर विचार कर रहा है तो मेरे लिए टिप्पणी करना सही नहीं है। लेकिन इसमें बीजेपी के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और डरने के लिए भी कुछ नहीं है।


- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री, 14 फरवरी 2023, सोर्सः एएनआई

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अडानी की कारोबारी तरक्की को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने से जोड़ने के बाद बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। राहुल ने कहा था कि 2014 के बाद "जादू" हुआ, जिसने इस कारोबारी को दुनिया के अमीरों की सूची में 609 वें से दूसरे स्थान पर खड़ा कर दिया। राहुल ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी ने अडानी को विभिन्न क्षेत्रों में विदेशी अनुबंध हासिल करने में मदद की। राहुल ने यह भी सवाल किया था कि अडानी ने पिछले 20 वर्षों में चुनावी बॉन्ड और अन्य तरीकों से बीजेपी को कितना पैसा दिया है।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, पेगासस स्पाइवेयर विवाद के दौरान पार्टी ने केंद्र के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए थे। उन्होंने कांग्रेस को अदालत में अपने दावों के सबूत पेश करने की चुनौती दी। शाह ने कहा-

वे अदालत क्यों नहीं जाते? जब पेगासस का मुद्दा उठाया गया था, मैंने कहा था कि सबूत के साथ कोर्ट जाओ, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। ये सिर्फ शोर मचाना जानते हैं। कोर्ट तो हमारे कब्ज़े में नहीं है (अदालतें हमारे नियंत्रण में नहीं हैं।


- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री, 14 फरवरी 2023, सोर्सः एएनआई

अडानी समूह में एलआईसी, एसबीआई और अन्य बैंकों के निवेश पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। सरकार ने आरोपों को खारिज किया है। रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद स्टॉक मार्केट क्रैश हुआ और अडानी समूह की कंपनियों के शेयर गिर गए। इसके बाद विपक्षी नेताओं ने जब मामले को सदन में उठाया तो उनके बयानों और आरोपों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया।

अमित शाह ने इस मुद्दे पर कहा- 

यह पहली बार नहीं है जब संसद में किसी की टिप्पणी को हटाया गया हो। संसद की कार्यवाही का इतिहास इस बात को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। संसद संसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हुए नियमों के तहत चर्चा करने का स्थान है।


- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री, 14 फरवरी 2023, सोर्सः एएनआई

बहरहाल, हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह की सात कंपनियों के शेयरों के बाजार मूल्य में $100 बिलियन से अधिक का नुकसान हुआ है। इसमें मॉरीशस रूट से स्टॉक हेरफेर का आरोप लगाया गया था। इस घटनाक्रम के बाद अडानी समूह ने अपना एफपीओ वापस ले लिया था।
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अडानी समूह पर विवाद अभी थमा नहीं है। अडानी ने अपनी कंपनियों को पाक-साफ घोषित कराने के लिए विदेश की कुछ ऑडिट कंपनियों का सहारा लिया है। लेकिन शेयर मार्केट पर अडानी के हालात संभल नहीं रहे हैं। कई कंपनियों के शेयर कारोबार में लोअर सर्किट लगा हुआ है। हालांकि राहुल के सवालों के जवाब में पीएम मोदी ने कांग्रेस और नेहरू सरनेम को लेकर गांधी परिवार पर हमला बोला लेकिन पीएम मोदी अडानी मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए। विपक्ष यह संदेश भेजने में अभी तक कामयाब है कि अडानी समूह पर लगे आरोपों पर सरकार चुप है।
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क़मर वहीद नक़वी
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