जिस वीडियो में यह दावा किया गया है कि वामपंथी छात्र संगठन एआईएसए यानी आईसा के छात्रों ने एबीवीपी के छात्रों को पीटा, वह साफ़ झूठ था। इस झूठ को सरकारी मीडिया 'प्रसार भारती' ने भी ट्वीट किया और जेएनयू के वाइस चांसलर ने भी उसको रीट्वीट किया। वीडियो, ख़बरों और इससे जुड़े तथ्यों की पड़ताल करने वाली वेबसाइट 'ऑल्ट न्यूज़' ने यह दावा किया है। इसके अनुसार इस वीडियो की सच्चाई यह है कि इसमें एबीवीपी के छात्र आईसा के छात्र को पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं।
वीडियो में खुलासा : एबीवीपी वालों ने ही पीटा था आईसा सदस्यों को
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- 7 Jan, 2020
जिस वीडियो में यह दावा किया गया था कि वामपंथी संगठन यानी एआईएसए के छात्रों ने एबीवीपी के छात्रों को पीटा, वह साफ़ झूठ था।

लेकिन सवाल यह है कि वीडियो में क्या था जिसके आधार पर 'प्रसार भारती' और जेएनयू के वाइस चांसलर ने उस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और वह भी 'ग़लत' जानकारी के साथ? दसअसल, इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक लाल स्वेटर/जैकेट में एक व्यक्ति हरे कपड़े पहने व्यक्ति को पीट रहा है। यह सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हुआ। इसमें दावा किया गया है कि वामपंथी पार्टियों से जुड़े छात्रों ने एबीवीपी सदस्यों पर हमला किया और इसी से जेएनयू में रविवार रात को हिंसा भड़की। इस वीडियो को पहले पत्रकार सुमित कुमार सिंह ने यही दावा करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने यह भी लिखा कि वामपंथी छात्र जेएनयू में एडमिशन प्रक्रिया को रद्द करना चाहते हैं।