आजकल संसद में हो क्या रहा है! यदि कोई सांसद किसी दिन चेन्नई में बैठा है तो उस दिन वह संसद में अमर्यादित व्यवहार कैसे कर सकता है? और कार्रवाई भी ऐसी कर दी जाती है कि पूरे संसद सत्र से सांसद का निलंबन! मामला डीएमके सांसद एसआर पार्थिबन से जुड़ा है। अब तो सरकार को इस पर सफाई भी देनी पड़ गई कि उनका निलंबन हटवा दिया गया है। यह अजीबोगरीब मामला गुरुवार को संसद में हुआ।
डीएमके नेताओं और कांग्रेस के नेता ने ऐसी कार्रवाई को मजाक बताया है। जिन एसआर पार्थिबन पर कार्रवाई की गई है उन्होंने कहा है कि यह मजाक है क्योंकि मैं आज तबीयत ख़राब होने के कारण संसद में ही नहीं गया था। डीएमके सांसद सेंथिलकुमार एस ने कहा, 'उस दौरान डीएमके के पार्थिबन लोकसभा में नहीं थे। लेकिन संसदीय कार्य मंत्री ने निलंबित सांसदों की सूची में उनका नाम पढ़ा। सत्ता का पूरा मजाक बन गया है।'
Parthiban of DMK not in the Loksabha during that time.
— Dr.Senthilkumar.S (@DrSenthil_MDRD) December 14, 2023
But the parliamentary affairs minister read out his name in the list of suspended MPs
A total mockery of governance. https://t.co/RXlF1W0UsY
दरअसल, संसद में सुरक्षा चूक पर अमित शाह के बयान न देने पर हंगामा हुआ और कथित अमर्यादित बयान के लिए लोकसभा के 14 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। बाकायदा संसद में 14 सांसदों के नाम पढ़े गए। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद में कहा था कि मनिकम टैगोर, कनिमोझी, पीआर नटराजन, वीके श्रीकांतम, बेनी बहन, के सुब्रमण्यम, एसआर पार्थिबन, एस वेंकटेशन, मोहम्मद जावेद, टी एन प्रतापन, हिबी ईडन, जोथिमनी, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस कुरियाकुस शामिल हैं। इनपर आरोप लगाया गया कि इन्होंने संसद में गुरुवार को अमर्यादित व्यवहार किया है। लेकिन जिन सांसदों के नाम लिए गए उनमें से एसआर पार्थिबन संसद में गुरुवार को हाजिर ही नहीं थे।
जब डीएमके सांसद एसआर पार्थिबन को पता चला कि उनको निलंबित कर दिया गया है तो उन्होंने कार्रवाई के तौर-तरीक़ों पर सवाल उठाया।
There is comedy in this suspension, S R Parthiben has been named in the list, he wasn’t even in the LS today. I guess they can’t make out one Tamilan from another:) https://t.co/ZtakkxLRGX
— Karti P Chidambaram (@KartiPC) December 14, 2023
बता दें कि संसद में सुरक्षा चूक पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान न देने के मुद्दे पर हंगामा मचा। दिन में कहा गया था कि लोकसभा के 14 सांसदों (जिसे अब 13 कर दिया गया है) और राज्यसभा से एक टीएमसी सांसद को इस सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार न संसद के अंदर बोलने दे रही है और न बाहर। सरकार के विरोध में बोलने वालों पर कार्रवाई की जाती है। संसद में सुरक्षा चूक का दूसरा दिन है और गृहमंत्री अमित शाह का बयान तक नहीं आया है। हंगामे और निलंबन के बाद लोकसभा शुक्रवार 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है।
राज्यसभा में टीएमसी सांसद ओ'ब्रायन ने उस घटना पर चर्चा की मांग की थी। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बंगाल के सांसद का नाम पुकारा और उन्हें तुरंत सदन छोड़ने का निर्देश दिया। सभापति धनखड़ ने कहा- 'डेरेक ओ'ब्रायन को तुरंत सदन छोड़ने के लिए कहा जाता है... डेरेक ओ'ब्रायन का कहना है कि वो सभापति की अवहेलना करेंगे... डेरेक ओ'ब्रायन का कहना है कि वो नियमों का सम्मान नहीं करेंगे। यह एक गंभीर कदाचार है। यह शर्मनाक है घटना।' उनपर आरोप है कि उन्होंने चेतावनी के बाद भी विरोध जारी रखा।
अपनी राय बतायें