सरकार ने निजी क्षेत्र को देने के लिए जितने कोरोना टीके सुरक्षित रखे, उसमें से आधा टीके सिर्फ 9 कॉरपोरेट अस्पतालों ने ले लिए, जिनके अस्पताल बड़े शहरों में हैं। इसका नतीजा यह हुआ कि मझोले व छोटे शहरों के निजी अस्पतालों को कोरोना वैक्सीन नहीं मिले और इस तरह इन शहरों के लोगों को निजी अस्पतालों में टीका नहीं दिया जा सका।
निजी क्षेत्र का आधा कोरोना टीका 9 कॉरपोरेट अस्पतालों को
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- 5 Jun, 2021
सरकार ने निजी क्षेत्र को देने के लिए जितने कोरोना टीके सुरक्षित रखे, उसमें से आधा टीके सिर्फ 9 कॉरपोरेट अस्पतालों ने ले लिए, जिनके अस्पताल बड़े शहरों में हैं।

यह केंद्र सरकार की कोरोना टीका नीति की नाकामी उजागर करता है क्योंकि इससे यह साफ हो गया कि कोरोना टीके का समान व न्यायोचित वितरण नहीं हुआ।
बता दें कि केंद्र सरकार ने यह तय किया था कि कंपनियाँ जितने कोरोना टीके बनाएगी, उसका आधा केंद्र सरकार लेगी, आधे में आधा राज्य सरकारों को मिलेगा और आधा निजी क्षेत्र के लिए होगा।