हिमाचल प्रदेश में प्रचार के दौरान तमाम मुद्दे और वादे चुनाव में छाए रहे। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही जनता से कई वादे भी किए। इस खबर में हम बात करेंगे कि 68 सीटों वाले इस छोटे से प्रदेश में चुनाव के दौरान कौन से बड़े मुद्दे गूंजते रहे और बीजेपी और कांग्रेस ने कौन से बड़े वादे किए।
हिमाचल प्रदेश: चुनाव प्रचार के दौरान कौन से बड़े मुद्दे छाए रहे
- हिमाचल
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- 11 Nov, 2022
68 सीटों वाले हिमाचल प्रदेश में बीजेपी क्या इस बार सत्ता में वापसी कर पाएगी या कांग्रेस उसे सत्ता से हटा देगी। आइए, जानते हैं कि चुनाव प्रचार के दौरान कौन से अहम मुद्दे हिमाचल की सियासत में हावी रहे।

बेरोजगारी
बेरोजगारी का मुद्दा हिमाचल प्रदेश के चुनाव में बेहद अहम रहा। इस साल अक्टूबर में राज्य में बेरोजगारी दर 9.2 फीसद रही। इंडिया टुडे ने एक अध्ययन के हवाले से दावा किया है कि हिमाचल प्रदेश में 15 लाख बेरोजगार हैं और इसमें से 8.77 लाख बेरोजगारों ने रोजगार दफ्तरों में अपना नाम पंजीकृत कराया था। निश्चित रूप से बेरोजगारी का दंश झेल रहे युवा जिसका भी साथ देंगे, उस दल की सरकार हिमाचल प्रदेश में बन सकती है।
ओल्ड पेंशन स्कीम
हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ओल्ड पेंशन स्कीम यानी ओपीएस की बहाली एक बड़ा मुद्दा रहा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस की सरकार बनने पर तुरंत ओपीएस को बहाल करने का वादा किया है।