दिल्ली में क्या कोरोना की सुनामी आने वाली है। इसके संकेत आज मिले हैं।दिल्ली ने शनिवार को कोरोनोवायरस मामलों में 50 फीसदी की भारीभरकम बढ़ोतरी दर्ज की गई। राज्य में आज एक दिन में 2,716 मामले आए। करीब 3.64 फीसदी लोगों ने अपना कोविड 19 टेस्ट कराया जो पॉजिटिव निकला। इसे संक्रमण की मौजूदा तेज लहर के पहले संकेतों में से एक माना जा रहा है। 1 मई 2021 में दूसरी लहर के बाद से दिल्ली में आज पिछले 24 घंटों में कोरोना के सबसे अधिक मामले आए। शुक्रवार को नए साल की पूर्व संध्या पर, दिल्ली में 1,796 मामले दर्ज किए थे।दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
अस्थायी अस्पताल बनाना शुरू करें राज्य
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को सभी राज्यों से कहा है कि वे अपने यहां चलता फिरता या अस्थायी अस्पताल बनाना शुरू करें। क्योंकि आने वाले दिनों में कोरोना के केस बढ़ेंगे। अगर अस्थायी अस्पतालों की तैयारी पहले से होगी, तो मरीजों को भर्ती करने में आसानी होगी। देश में अकेले शनिवार को 22775 कोरोना मामले सामने आए हैं। दिल्ली और मुम्बई में कोरोना मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा हो गई है।स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से कहा कि केस बढ़ने पर लोगों को होम आइसोलेशन में भेजा जाए। लेकिन होम आइसोलेशन पर बाकायदा नजर रखी जाए। सभी राज्य अपने यहां इसके लिए बाकायदा टीम बनाएं। जिसके जिम्मे यह काम सौंपा जाए।मामूली बुखार में भी होगा टेस्ट
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कल राज्यों को लिखा था कि किसी को मामूली बुखार होने पर भी कोरोना का टेस्ट कराया जाए। पत्र में कहा गया है कि जिसे भी बुख़ार, सिर दर्द, गले में ख़राश, सॉंस लेने में दिक़्क़त, बदन दर्द, स्वाद व गंध न आने, थकान और डायरिया के लक्षण होंगे, उन्हें कोरोना का संदिग्ध केस मान कर उनकी कोरोना जाँच अवश्य कराई जाये।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रोजाना राज्यों को कुछ न कुछ निर्देश जारी कर रहा है। लेकिन हर बुखार का टेस्ट होने के बाद कोरोना के मरीज और बढ़ सकते हैं।
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