इसी साल मार्च में वैज्ञानिकों के एक दल ने कहा था कि यदि कोरोना वायरस लंबे समय तक रहा तो वह मौसमी बीमारी की तरह हो जाएगा। अब ताज़ा जो रिपोर्ट आ रही है उससे लगता है कि कोरोना कभी ख़त्म नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना से ठीक हुए कई लोग भी संक्रमित हो रहे हैं और कोरोना का टीका लगाए हुए लोग भी। इसका मतलब है कि 'हर्ड इम्युनिटी' यानी 'झुंड प्रतिरक्षा' की संभावना धुमिल होती दिख रही है। हर्ड इम्युनिटी ही वह एक उम्मीद की किरण थी जिससे कोरोना संक्रमण को काबू किए जाने की आस थी।
हर्ड इम्युनिटी नहीं आई तो मौसमी बीमारी की तरह हो जाएगा कोरोना!
- स्वास्थ्य
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- 16 Aug, 2021
कोरोना से ठीक हुए कई लोग भी संक्रमित हो रहे हैं और कोरोना का टीका लगाए हुए लोग भी। इसका मतलब है कि 'हर्ड इम्युनिटी' की संभावना धुमिल होती दिख रही है। तो क्या कोरोना कभी ख़त्म नहीं होगा?

कोरोना संक्रमण के मामले पिछले साल आने के बाद से ही कहा जाता रहा था कि हर्ड इम्युनिटी आने के बाद संक्रमण कम होने लगेगा। हर्ड इम्युनिटी यानी झुंड प्रतिरक्षा का सीधा मतलब यह है कि कोरोना संक्रमण से लड़ने की क्षमता इतने लोगों में हो जाना कि फिर वायरस को फैलने का मौक़ा ही नहीं मिले। यह हर्ड इम्युनिटी या तो कोरोना से ठीक हुए लोगों या फिर वैक्सीन के बाद शरीर में बनी एंटीबॉडी से आती है।